प्राचीन भारत में प्रथम विदेशी आक्रमण ईरान के हखामनी वंश के राजाओं ने किया! भारत पर प्रथम विदेशी आक्रमण 526 ईसा पूर्व डेरियस प्रथम(दारा प्रथम) के सेनापति स्काईलेक्स ने किया और गांधार को जीता!
ईरान के आक्रमण से भारत में प्रभाव-
1. समुद्री मार्ग की खोज
2. खरोष्ठी लिपि व अरमाइक का विकास
✴️ सिकंदर महान-
इसका जन्म मकदूनिया यूरोप में 356 ईसा पूर्व में हुआ इसके पिता का नाम फिलीप द्वितीय था!
इसकी मृत्यु बेबीलोनिया(एशिया) में 323 ईसा पूर्व में हुई!
इसका अंतिम संस्कार सिकंदरिया (अफ्रीका) में किया गयाl
सिकंदर भारत में दूसरे विदेशी आक्रमण और प्रथम यूरोपी आक्रमण करने वाला शासक था!
सिकंदर हिंदूकुश पर्वत के खैबर दर्रे से 326 ईसा पूर्व में भारत आया था!
तक्षशिला के साथ आम्भी ने सिकंदर की अधीनता स्वीकार की थी!
सिकंदर के आक्रमण के समय अश्वक (राजधानी मस्सग) नामक गणराज्य की स्त्रियों ने शस्त्र धारण किए थे!
झेलम नदी के तट पर सिकंदर ने पंजाब के राजा पोरस को हराया था इस युद्ध को हाइड्रोस्पीज या वितिस्ता का युद्ध भी कहते हैं!
19 महीने के बाद तक भारत में रहने के बाद इसकी सेना ने व्यास नदी पार करने से इंकार कर दिया! इसके बाद सिकंदर ने अपने विद्युत क्षेत्र अपने सेनापति फिलिप को देखकर स्थल मार्ग से वापस लौट गया!
सिकंदर ने दो नगर बस आए थे-
निकैया- भारत विजय के उपलक्ष्य पर
बऊकेफला- अपने प्रिय घोड़े की याद में
सिकंदर के आक्रमण से क्षप प्रणाली व मुद्रा निर्माण की कला विकसित हुई!
सिकंदर प्रथम शासक है जिसकी मृत्यु जन्म और अंतिम संस्कार विभिन्न महाद्वीपों में हुआ!
No comments:
Post a Comment