Monday, April 4, 2022

बौद्ध धर्म ( प्राचीन भारत भाग 6)

                         बौद्ध धर्म
बुद्ध का अर्थ होता प्रकाशमान  या जागृत
एडविन अर्नोल्ड नए महात्मा बुद्ध को लाइट ऑफ एशिया कहा है! 
महात्मा बुद्ध का जन्म 563 ई.पु. लुंबिनीवन (कपिलवस्तु नेपाल) में हुआ था! 
बुद्ध के जन्म के समय कालदेवल नामक  तपस्वी व कोडिनीय नामक ब्राह्मण ने बुद्ध के बारे में कहा था यह चक्रवर्ती सम्राट या सन्यासी बनेगा! 
इनके पिता जी शुद्धोधन थे जो शाक्य प्रधान थे! 
इनकी माता का नाम महामाया देवी था जो कौलीय राज्य की राजकुमारी थी! 
इनका पालन-पोषण इनकी मौसी प्रजापति गौतमी ने किया था जिसका गौतम बुद्ध भी कहा जाता है! 
इनकी मौसी प्रजापति गौतमी इन की पहली शिष्या थी! 
इनका विवाह यशोधरा से हुआ था उनके पुत्र का नाम राहुल था! 
इन्होंने 29 वर्ष की आयु में गृह त्याग दिया था इस घटना को बौद्ध धर्म में महाभिनिष्क्रमण कहते हैं! 
ग्रह त्याग की घटना का प्रतीक घोड़ा है उनके घोड़े का नाम कथक व सारथी का नाम चनना था! 
इनके प्रारंभिक गुरु आचार्य आरंभ आलारकलाम और  धर्माचार्य रुद्रकराम पुत्र थे! 
इन्हें 35 वर्ष की आयु में निजरना  (पुनपुन नदी) नदी के तट पर पीपल के पेड़ के नीचे ज्ञान की प्राप्ति हुई! 
महात्मा बुद्ध ने अपना पहला उपदेश ऋषिपतनम  (सारनाथ) में दिया था! इस समय उनके  अनुयायी पांच सन्यासी थे इनने पाली भाषा में यह उपदेश दिया था जिसे बौद्ध धर्म में धर्मचक्रप्रवर्तन कहते हैं
इन्होंने अपना अंतिम उपदेश सुभद्र के वहां कुशीनगर(उत्तर प्रदेश) में दिया था! 
इनकी मृत्यु 483 ईसवी में अपने शिष्य चुंद के वहां शुकरमादव भोजन सामग्री खाने से हिरण्यवती नदी के तट पर हुआ इस घटना को बौद्ध धर्म में महापरिनिर्वाण कहते हैं! 
✴️महात्मा बुद्ध के जीवन के महान संकेत-
वृद्ध व्यक्ति,बीमार व्यक्ति,मृत व्यक्ति,सन्यासी व्यक्ति

✴️ बौद्ध धर्म के त्रिरत्न-
बुद्ध, धम्म,संघ

✴️ बौद्ध धर्म के चार आर्य सत्य-
दुख, दुख समुदाय, दुख निरोध, दुख निरोध गामिनी मार्ग
✴️ बौद्ध धर्म के अष्टागिक मार्ग-
बौद्ध धर्म में दुखों को दूर करने के लिए मध्य प्रतिपदा या मध्य मार्ग बताया गया है जिनके 8 सोपान होते हैं जिस कारण इसे अष्टागिक मार्ग कहा जाता हैl
प्रज्ञा- सम्यक दृष्टि और सम्यक संकल्प
सील- सम्यक वाणी, सम्यक आजीविका, सम्यक क्रमात
समाधि- सम्यक व्यायाम,  सम्यक स्मृति, सम्यक समाधि
✴️ बौद्ध धर्म का दर्शन-
अनिश्वरवाद- ईश्वर की सत्ता पर विश्वास नहीं करते थे
शुन्यतावाद- संसार की समस्त वस्तुएं शुन्य है
अनात्मवाद- आत्मा चेतना पर सर्वाधिक बोल देना
क्षणिकवाद- संसार में कोई चीज स्थिर नहीं है
✴️ बौद्ध संगीतियां-
1. प्रथम  बौद्ध संगीति(483Bc)- यह बौद्ध संगीति अजातशत्रु के काल में राजग्रह (बिहार) में हुई थी जिसकी अध्यक्षता महाकस्प ने की! 
2. द्वितीय बौद्ध संगीति(383Bc)- यह बौद्ध संगीति कालाशोक के समय वैशाली बिहार में हुई थी जिसकी अध्यक्षता शाबकवीर ने की थी! 
3. तृतीय बौद्ध संगीति(251Bc)- यह बौद्ध संगति अशोक के शासनकाल में पाटलिपुत्र बिहार में हुई जिसकी अध्यक्षता मोगलीपुत्ततिस्स की! 
4. चतुर्थ बौद्ध संगीति(100ई.)- यह बौद्ध संगीती कुंड वन कश्मीर में कनिष्क के समय हुई इस संगिति की अध्यक्षता वासु मित्र ने की! 

✴️बौद्ध साहित्य का विवरण-
1. त्रिपिटक- यह तीन ग्रंथ है जिनसे हमें बौद्ध धर्म के बारे में पता चलता है-
⚫सुत्तपिटक- इसकी रचना का आनंद थे इसके 5 भाग होते हैं यह सबसे बड़ा पिटक है! 
1. दीर्घ निकाय
2. अंगूत्तर निकाय
3. मज्झिम निकाय
4. खुद्दक निकाय
5. संयुक्त निकाय
विनय पिटक- इसकी रचना उपाली ने की थी! बौद्ध भिक्षुको के अनुशासन के नियम इसी में वर्णित है! 
अभिधम्म पिटक- इसकी रचना सम्राट अशोक के समय मोगल्लीपुत्त तिस्स ने की  इस में बौद्ध धर्म के दर्शन का उल्लेख है! 
2. मिलिंदपन्हो- यूनानी शासक मिनांडर तथा बौद्ध भिक्षु नागसेन  के बीच का संवाद है! 
3. दीपवंश- इस ग्रंथ से श्रीलंका के इतिहास का पता चलता है! 
4. महावंश- इसके रचनाकार महंत महानामा थे! इससे हमें मगध के राजाओं की  सूची मिलती है! 
5. जातक कथाएं- यह पाली भाषा में है इसमें बुद्ध के पूर्व जन्म की कहानियां है! 

✴️ बौद्ध धर्म को संरक्षण देने वाले राजा-
बिंबिसार और उसकी पत्नी क्षेमा और उनका पुत्र अजातशत्रु! 
कौशल नरेश प्रसेनजीत और उनकी पत्नी मल्लिका
कौशांबी नरेश उदयन और उनकी पत्नी समावती
अवंती नरेश पद्योत
मौर्य नरेश अशोक और दशरथ, कुषाण नरेश कनिष्क
 हर्षवर्धन( अंतिम राजा जिसने बौद्ध धर्म को संरक्षण दिया) 

✴️बौद्ध धर्म से जुड़े मुख्य तथ्य-
महात्मा बुद्ध ने अपने शिष्य आनंद के कहने में संघ में औरतों का प्रवेश किया! 
इनके चचेरे भाई देवव्रत ने इन्हें दो बार मारने की कोशिश की!
महात्मा बुद्ध ने श्रावस्ती के डाकू अंगुलिमाल को अपना शिष्य बनाया
बुद्ध ने तपस्सु और भल्लिक नामक दो शूद्रों को अपना शिष्य बनाया! 
महात्मा बुद्ध ने अपने सबसे अधिक उपदेश कौशल की राजधानी श्रावस्ती में दिए! 
बौद्ध धर्म का प्रचार का मुख्य केंद्र मगध था! 
बौद्ध धर्म के सबसे अधिक मठ सिक्किम में है! 
✴️ बौद्ध धर्म से जुड़े मठ-
जम्मू और कश्मीर में स्थित मठ- हेमिस मठ, माथे मठ, थाकसे मठ
अरुणाचल प्रदेश में स्थित मठ- नामग्याल मठ और लवांग मठ( भारत का सबसे बड़ा बौद्ध मठ) 
सिक्किम के मठ- रूमटेक मठ
हिमाचल प्रदेश के मठ- ताबों मठ( इसे हिमाचल का अजंता कहा जाता) 
✴️ बौद्ध धर्म के संप्रदाय- बौद्ध धर्म के दो संप्रदाय हैं-
1.हीनयान संप्रदाय-
इसका अर्थ होता है निम्न मार्ग
इस संप्रदाय के ग्रंथ पाली भाषा में होते थे
यह महात्मा बुद्ध को महापुरुष मानते थे! 
2. महायान संप्रदाय-
इसका अर्थ होता है- उत्कृष्ट मार्ग
इनके ग्रंथ संस्कृत भाषा में होते थे
यह महात्मा बुद्ध को देवता मानते हैं




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